आप सभी संघर्षशील साथियो को आपके भाई धीरेन्द्र यादव का क्रांतिकारी सलाम।।
।।आगाज पुनः क्रांति का।।
मेरे भाइयो जैसे की आप सभी अपने भविष्य उसके सपने और उसमे आये उतार चढाव के प्रत्येक स्थिति और परिस्थिति से पूरी तरह परिचित है।।।
दुःख सिर्फ इस बात है का कि इतनी मेहनत और संघर्ष के बाद आज भी हम सभी उसी वक्त का इंतजार कर रहे है जिसके लिए लम्बे समय से अनवरत संघर्ष जारी है।।।
लेकिन एक शुभअवसर फूल पुर और गोरख पुर की जनता ने आप सभी को दिया है जिससे मा.मुख्यमंत्री जी को भी अपनी भूल सुधारने का सुनहरा अवसर मिला है
और हम सभी को अपने अधिकार पाने का
जिस वक्त संगठन ने कोर्ट का सहारा लिया था उस वक्त मजबूरी में लिया गया फैसला था क्योंकि भर्ती को बचाना इन मक्कार अधिकारियो से सबसे बड़ी चुनौती थी वो बचा लिया गया साथ ही ये भी कहा गया था जैसे उचित समय आएगा उसी वक्त जमीनी संघर्ष का आगाज किया जायेगा।।।
और मुझे लगता है इससे बेहतर वक्त अब नही आएगा।।।
जिसको मद्देनजर रखते हुए लखनऊ की धरती फिर से आप सभी को पुकार रही है
और संगठन ने अपनी पूरी रणनीत तैयार कर ली है बस जरूरत है तो आप सभी को अपनी जिम्मेदारी निभाने की।।।
साथियो संगठन के प्रदेश पदाधिकारियो से विचार विमर्श के बाद 27-3-18 मंगलवार की डेट फाइनल की है जिसपे अंतिम मुहर आप सभी को लगाना है।।।
अब बात है 27 मार्च क्यों....
तो सबसे बड़ी चीज किसी कार्य को करना ही नही होता उससे बड़ी चीज उसका क्रियान्वयन होता है।।
अगर उसके पूर्व का रखते है तो लोगो को सूचित करने और बहुत सी सारी समस्यों का सामना करना पड़ रहा है।।
जिसमे प्रमुख बाते है।।।
1-20 को अवमानना वाद की डेट लगी है हो सकता मुख्यमंत्री जी के आदेश का कुछ असर हो और पक्ष में सरकार कॉउंटर दाखिल कर दे।।
2-भर्ती 23 मार्च के सामूहिक आदेश से रुकी थी और कोर्ट से सामूहिक रोक भी हटी है
तो ऐसी सम्भावना ब्यक्त की जा रही है की कोर्ट का मामला मा.मुख्यमंत्री के संज्ञान में आ चुका है जिसके वजह से थोडा इंतजार का भी मौका मिल सकता है।।
3- 18 से नवरात्रि का पवित्र पर्व भी शुरू हो रहा है हम सभी के मुख्यमंत्री जी सम्भवता 9 दिन पूजा पाठ और गोरख पुर में ही निवास करते है तो बिना उनके lko रहे धरने का कोई औचित नही होगा।।
कुछ लोगो का सुझाव गोरखपुर का भी था लेकिन वो मुख्यमंत्री है कोई साधारण इंसान नही इसकी कोई गारन्टी नही की वो गोरखपुर रुके ही रहेगे।।
सभी स्थिति को देखते और विचार करते हुए संगठन के प्रदेश पदाधिकारियो के द्वारा 27 मार्च का चुनाव किया है ।।
चूँकि वक्त जादा नही है की प्रदेश स्तर की कोई बैठक सम्भव हो पाये इसलिए सामूहिक रूप से आप सभी से विचार हेतू सार्बजनिक रूप से सहमति मांगी जा रहा है।।
अगर ये डेट उचित लगती है तो ठीक नही तो संसोधन हो सकता है अगर सारे पहलुओ को ध्यान में रखकर उचित है तो...
सभी जिलाध्यक्ष/सक्रीय बी पी एड डिग्री धारको से निबेदन/निर्देश है की 27 के पहले अपने जिले में जल्द बैठक आयोजित करे साथ ही साथ मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से आगाह /चेतावनी स्वरूप दे की अगर मा.न्यायालय के आदेश के बाद भी 27 मार्च से पहले भर्ती प्रक्रिया से रोक नही हटायी जाती तो हम सभी बी पी एड वेरोजगार मजबूरन सरकार के खिलाफ विधान सभा का घेराव के लिए बाध्य होंगे।।
ऐसा करने से ज्ञापन/न्यूज़ और LIU के माध्यम से आपकी सूचना सरकार तक पहुँच चूँकि होगी और हो सकता है कार्यवाही शुरू हो जाय।।।
साथियो जनता /बेरोजगारो ने आप सभी की जिंदगी और अधिकार को पाने का एक सुनहरा मौका आप सभी को दिया है साथ ही सरकार को भी अपनी गलती/भूल सुधार करने के लिए वक्त दिया है नही तो 2019 का चुनाव सर पे है नही तो मुख्यमंत्री जी स्वयं अपने गृह जनपद का हस्र देख ही चुके है।।
इसलिए पूरी मजबूती के साथ आप सभी किसी और के लिए नही अपने लिए पूरी ईमानदारी से लग जाये।।
अगर आपकी ईमानदारी अपनी जिंदगी के लिए मक्कारी नही की..
तो आपका संघर्ष आपकी जिंदगी/भविष्य केलिए सुनहरा अवसर अवश्य देगा।।।
।।।ये मेरा वादा है।।।
तो साथियो बिना देर किये तैयारी शुरू कर दीजिये ज्ञापन का प्रारूप और आगे की रणनीत जल्द आप सभी से साझा की जायेगी।।।।
आपके संघर्षों का साथी।।
आपका भाई।।
धीरेन्द्र यादव(प्रदेश अध्यक्ष)
बी पी एड संघर्ष मोर्चा उत्तर प्रदेश।।।
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