लखनऊ : माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की भारी कमी है। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं के दौरान मानक अनुसार शिक्षकों की व्यवस्था किया जाना बेहद जरूरी है। पहले से शिक्षकों की व्यवस्था न किया जाना और ऐन वक्त पर कक्ष में एक निरीक्षक के बलबूते परीक्षा कराई जाती है। इससे परीक्षा के दौरान नकल माफिया के सफल होने की आशंका भी अधिक रहती है।1मालूम हो कि बीते वर्ष परीक्षा के दौरान अनियमितताएं सामने आईं थीं।
सुनियोजित तरीके से परीक्षा को लेकर विभाग द्वारा तैयारी नहीं की गई और अधिकांश विद्यालयों में मानक के विपरीत कक्ष निरीक्षक की संख्या के बलबूते परीक्षा कराई गई। इस दौरान नकल के भी कई मामले समाने आए। गंभीर बात है कि इस बार भी विभाग के जिम्मेदार ऐसे ही रवैये में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। 1क्या हैं मानक : कक्ष में 30 छात्रों की क्षमता तक-दो निरीक्षक। कक्ष में 40 से अधिक छात्र होने पर तीन निरीक्षक।1ऐसे हो सकती है व्यवस्था : माध्यमिक शिक्षा परिषद में शिक्षकों का टोटा, यूपी बोर्ड की होने वाली परीक्षाओं में देखने को मिलेगा। शिक्षकों के अभाव के चलते परीक्षा के लिए किराए पर शिक्षक लिए जा सकते हैं। होली के बाद से होने जा रही हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिक्षक मांगे जा सकते हैं। 1’>>बोर्ड परीक्षा में कम शिक्षक होने से होती हैं अनियमितताएं1’>>परीक्षा के दौरान मानक अनुसार निरीक्षकों की नहीं होती तैनातीहमारे पास परीक्षा के लिए पर्याप्त शिक्षक हैं। कमी पड़ने पर बेसिक शिक्षा विभाग से शिक्षक लिए जा सकते हैं।1उमेश त्रिपाठी, जिला विद्यालय निरीक्षक
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